केंद्र सरकार ने ग्रीन सिटी के लिए देहरादून को चुना, पर्यावरण को संरक्षित करने में मिलेगी मदद

केंद्र सरकार ने देश में गांधीनगर और देहरादून को ग्रीन सिटी के तौर पर चिह्नीत किया है। केंद्र की मदद से शहर में अक्षय (रिन्युअल) ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार होंगे। यह खुलासा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। वह मुख्यमंत्री आवास पर ऊर्जा विभाग की सोलर रूफ टॉप योजना का शुभारंभ कर रहे थे।


 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून को ग्रीन सिटी बनाने से प्रदेश में पर्यावरण के प्रति जागरुकता के प्रसार और पर्यटन प्रदेश के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। प्रदेश में सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन पर ध्यान दिया जा रहा है।

हरिद्वार एवं देहरादून स्थित सरकारी भवनों से इसकी शुरुआत की गई है। इससे 2.75 मेगावाट विद्युत उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाने वाले उपायों तथा वैकल्पिक ऊर्जा के प्रति ध्यान देने से पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शुद्ध पर्यावरण के कारण प्रदेश में पर्यटकों के आवागमन में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

ये होंगे प्रयास
इसकी शुरुआत नगर निगम, सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक संस्थानों से होगी। प्रदेश सरकार शहर के निजी प्रतिष्ठानों और स्थानीय नागरिकों को भी अक्षय ऊर्जा की योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगी। ताकि देहरादून को ग्रीन सिटी के तौर पर विकसित किया जा सके। 

जल्द केंद्र को सौंपी जाएगी कार्ययोजना
केंद्रीय नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय ने देहरादून को ग्रीन सिटी बनाने के लिए प्रदेश सरकार से कार्ययोजना मांगी है। सचिव ऊर्जा राधिका झा का कहना है कि जल्द ही इस संबंध में मंत्रालय को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। चरणबद्ध तरीके से शहर को ग्रीन सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए केंद्र से अनुदान भी मिलेगा।