चकराता। ब्लॉक प्रमुख निधि राणा की अध्यक्षता में कैंट इंटर कॉलेज के सभागार में क्षेत्र पंचायत चकराता की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बिजली, स्वास्थ्य, पानी और शिक्षा से जुड़े मुद्दे उठाए गए। वहीं, बैठक में लोनिवि (पीएमजीएसवाई) के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के नहीं आने पर जनप्रतिनिधियों ने रोष प्रकट किया। इस पर ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी बैठक को गंभीरता से लें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जीएस रावत ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण करना है। कहा कि प्रत्येक ग्राम प्रधान का यह दायित्व है कि सरकारी योजना का लाभ गांव के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे। वहीं, जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में पीएमजीएसवाई के तहत बन रही सड़कों के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। कहा कि लंबे समय से लोग चकराता-लाखामंडल मार्ग पर सड़क किनारे नाली निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन, इस ओर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बायला गांव में दो माह पूर्व हुए डामरीकरण कार्य पर भी सवाल उठाए। कहा दो माह के भीतर ही सड़क जर्जरहाल हो गई। उन्होंने खबउ गांव में सालों से बदहाल पड़ी पेयजल लाइन की मरम्मत के साथ ही लाखामंडल स्थित पशु चिकित्सालय में चिकित्सक की तैनाती की मांग की। जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के स्कूलों में तैनात ज्यादातर शिक्षक रोजाना देहरादून और विकासनगर क्षेत्र से अपडाउन करते हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ता है। संचालन प्रशासनिक अधिकारी पुष्पेंद्र त्यागी ने किया।
इस मौके पर ज्येष्ठ प्रमुख विजय पाल सिंह, कनिष्ठ प्रमुख शमशेर सिंह, जिला विकास अधिकारी पीके पांडे, एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह, प्रभारी खंड विकास अधिकारी राजेंद्र प्रसाद जोशी, एडीओ पंचायत बालस्वरूप, जिला पंचायत सदस्य मोहना मीरा जोशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश, चमन, हरीश राणा, कविता, निशा, आशा चौहान, प्रियंका, महेंद्र, संजय जोशी, ग्राम प्रधान राजाराम शर्मा, हरीश, टीकम चौहान, विक्रम पंवार, ओम प्रकाश जोशी, सुचिता तोमर, आशा शर्मा, सुनीता जोशी आदि मौजूद रहे।